Chand Lout Aa Tu, Lehrein Kar De Didar Samandar Ki Puri Kar De Had Na Puchh Intazaar ki, Kiye Jaa Raha Hun Tu Aayega Falak Pe Jiye Jaa Raha Hun चाँद लौट आ तू , लहरें कर दे दीदार समंदर की पूरी कर दे हद न पूछ इंतज़ार की ,किए जा रहा हूँ तू आएगा फिर फ़लक पे , जिये जा रहा हूँ ।