दूर कहीं वादियों में चहकते हैं आप ,
फूलों के संग खिलके महकते हैं आप ;
मेरे दिल के वीराने में बाहर होती है
जब भी मुसकुराते हैं आप ।
फूलों के संग खिलके महकते हैं आप ;
मेरे दिल के वीराने में बाहर होती है
जब भी मुसकुराते हैं आप ।
Dur kahin waadiyon mein chehekate hain aap
phulon ke sang khilkar mehekate hain aap
mere dil ke viraane mein bahaar hoyi hai
jab bhi muskuraate hain aaap।
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