चाहत है ये नज़रों का मिलना या महज़ एक इत्तेफ़ाक़
सवाल किसका करेंगे , गर आप भी चले गए हमें छोड़ करतो इंतजार किसका करेंगे।
CHAHAT HAI YE NAZARON KA MILNA YA MAHAZ ITTAFAK
SAWAL KISKA KARENGE GAR AAP BHI CHALE GAYE
HAMEIN CHHOD KAR TO INTAZAAR KISKA KARENGE